THE SMART TRICK OF HINDI STORY THAT NOBODY IS DISCUSSING

The smart Trick of hindi story That Nobody is Discussing

The smart Trick of hindi story That Nobody is Discussing

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एक दिन की बात है रितेश को स्कूल के लिए देरी हो रही थी। वह घास नहीं ला सका, और स्कूल चला गया। जब स्कूल से आया तो खरगोश अपने घर में नहीं था। रितेश ने खूब ढूंढा परंतु कहीं नहीं मिला। सब लोगों से पूछा मगर खरगोश कहीं भी नहीं मिला।

Image: Courtesy Amazon This is often a type of Hindi fiction guides with out which neither Hindi literature of your 20th century is complete, nor is any dialogue to the job of ladies in the appropriate ability. Acquiring been translated into numerous languages, this novel is related even today. By means of this novel, Mannu Bhandari recognises and breaks down the entire world of Grownups in the eyes and consciousness of a child.

शहरी और देहाती भावनाओं और संवेदनाओं की विडंबनात्मक रोमैंटिक परिणति की यह कहानी अविस्मरणीय है.

'.....हर कोई दूसरे को छल रहा है और हर कोई दूसरे के द्वारा छला गया है.

मोती से सामान छीनने लगे। गाय ने मोती को संकट में देख उसको बचाने के लिए दौड़ी।

सियार सीधा राजा के पास गया और वहां जा के सियार ने किसान के बारे में राजा को सब बताया। राजा बहुत दिन से अपने खेतों के लिए एक ऐसा ही मेहनती किसान ढूंढ रहा था और उसने सियार से किसान को राजमहल लाने को कहा।

क्या किसी ने सुंदरी को देखा है? – Have you found Sundari? Hindi – An exciting and interactive recreation in your little check here kinds when honing their reading through skills.

संत से कहा – आप जानते हैं बिच्छू का स्वभाव नुकसान पहुंचाने का होता है।

प्रकृति से मिली हुई चीज को सम्मान पूर्वक स्वीकार करना चाहिए वरना जान खतरे में पड़ सकती है।

Via this Hindi fiction e-book, Munshi Premchand supplies a vivid and real looking portrayal of rural everyday living, presenting viewers a glimpse into your intricate web of human feelings and societal structures in early twentieth-century India. The novel stands as being a timeless traditional, exploring the themes of morality, sacrifice, and The hunt for dignity amidst a backdrop of agrarian struggles.

यह दुर्भाग्य ही था कि इस कहानी को दलित विमर्श के तहत पिछले वर्षों में विवादों में घेरा गया.

गांव के लोगों में उसका डर था। गांव में रामकृष्ण परमहंस आए हुए थे।

वह कौन-सा मनुष्य है जिसने महा-प्रतापी राजा भोज महाराज का नाम न सुना हो! उसकी महिमा और कीर्ति तो सारे जगत् में व्याप रही है, और बड़े-बड़े महिपाल उसका नाम सुनते ही काँप उठते थे और बड़े-बड़े भूपति उसके पाँव पर अपना सिर नवाते। सेना उसकी समुद्र की तरंगों राजा शिवप्रसाद सितारे हिंद

वह इस समय दूसरे कमरे में बेहोश पड़ा है। आज मैंने उसकी शराब में कोई चीज़ मिला दी थी कि ख़ाली शराब वह शरबत की तरह गट-गट पी जाता है और उस पर कोई ख़ास असर नहीं होता। आँखों में लाल ढोरे-से झूलने लगते हैं, माथे की शिकनें पसीने में भीगकर दमक उठती हैं, होंठों कृष्ण बलदेव वैद

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